कोरोना काल में बच्चों को अभिव्यक्ति का अवसर देने, उन्हें साहित्य की विभिन्न विधाओं से परिचिय कराने, उनमें नेतृत्व की भावना जाग्रत करने
तथा उनके सर्वांगाण विकास के लिए बालप्रहरी द्वारा गूगल मीट/फेसबुक पर ऑनलाइन कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। 2 अगस्त,2022 तक बालप्रहरी की 457 ऑनलाइन कार्यशालाएं संपन्न हो चुकी हैं। वृहस्पतिवार तथा शुक्रवार को छोड़कर प्रायः सप्ताह में 5 दिन ऑनलाइन कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। बालप्रहरी से अभी तक भारत के 16 राज्यों के लगभग 2200 बच्चे जुड़े हैं। जिसमें से लगभग 1200 बच्चे अभी तक बतौर अध्यक्ष अपनी अभिव्यक्ति दे चुके हैं। लगभग 200 बच्चों को विशिष्ट अतिथि बतौर अपनी बात रखने का अवसर मिला है।
बालप्रहरी की ऑनलाईन कार्यशाला का संचालन प्रत्येक दिन अलग-अलग बच्चे करते हैं। अभी तक लगभग 350 बच्चे कार्यशालाओं का संचालन कर चुके हैं।
ऑनलाइन कार्यशाला में जुड़ने के लिए सबसे पहले बालप्रहरी के वाट्सअप नंबर 9412162950 को अपने मोबाइल पर सेव करके अपना नाम कक्षा स्कूल स्थान तथा जनपद लिखना होता है। उसके बाद बालप्रहरी समूह में जोड़ा जाता है। समूह में कार्यक्रम की जानकारी समय-समय पर दी जाती है। इस पर बच्चे को अपनी रूचि के कार्यक्रम के लिए सहमति देनी होती है। सबसे पहले बच्चे को प्रतिभागी बतौर शामिल किया जाता है। कुछ दिन बाद बच्चे को अध्यक्ष मंडल में शामिल किया जाता है। अध्यक्षीय भाषण में उसकी प्रस्तुति को देखते हुए उसे अगले चरण में संचालक बनाया जाता है। संचालक बनने के बाद अगले कार्यक्रमों में बच्चे को विशिष्ट अतिथि बतौर आमंत्रित किया जाता है। अध्यक्ष,संचालक व विशिष्ट अतिथि का चयन प्रतिदिन की सूची में शामिल बच्चों में से ही किया जाता है। इस कारण कुछ बच्चों को संचालन,अध्यक्ष व विशिष्ट अतिथि बनने का अवसर अधिक बार मिलता है।
ऑनलाइन कार्यशाला में पाठ्यपुस्तक की कविता व कहानी का वाचन, स्वरचित कविता व कहानी का वाचन, नाना-नानी व दादा-दादी व माता-पिता से सुनी लोक कथा का वाचन, लोक गीत गायन, देश भक्ति गीत गायन, भजन गायन,नृत्य कार्यशाला, त्वरित भाषण(इसमें विषय तत्काल दिया जाता है),आत्मकथा वाचन, समूह चर्चा, साक्षात्कार, पत्र लेखन आदि विधाओं से बच्चों को जोड़ने का प्रयास रहता है।कहानी वाचन तथा कविता वाचन में प्रतिष्ठित साहित्यकार अपनी कहानी व कविता बच्चों को सुनाते हैं। उस कहानी व कविता पर उपस्थित बच्चे तत्काल अपनी टिप्पणी देते हैं।
ऑनलाईन कार्यशालाओं में बच्चों को तैयार करने में अभिभावकों की भूमिका रहती है। लगभग हर माह एक दिन अभिभावकों को भी अपनी अभिव्यक्ति का अवसर देने के लिए ‘अभिभावक सम्मेलन ’ किया जाता है। प्रतिदिन के कार्यक्रम में संचालन,अध्यक्षता व विशिष्ट अतिथि बतौर बच्चों की भागीदारी रहती है। प्रतिदिन एक सीनियर साथी-डॉक्टर, इंजीनियर,शिक्षक, साहित्यकार, आदि को मुख्य अतिथि बतौर जोड़ा जाता है। अभी तक 457 लोगों को बतौर मुख्य अतिथि शामिल किया गया है। जिसमें से कई अभिभावकों को भी अवसर मिल चुका है।
बालाप्रहरी की ऑनलाइन कार्यक्रमों के बारे में अधिक जानकारी के लिए 9412162950 पर संपर्क किया जा सकता है।