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140 हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी विशेष आकर्षण को केंद्र

admin
Last updated: April 8, 2025 11:02 am
admin
1 month ago
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गैरसैण बाल लेखन कार्यशाला
का समापन :

    140  हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी विशेष आकर्षण को केंद्र

बाल कवि सम्मेलन में बच्चों 
  ने पढ़ी स्वरचित कविताएं

     'गैरसैण टाइम्स' सहित 5 दीवार पत्रिकाओं का लोकार्पण ' 

गैरसैण (चमोली)। अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी, नगर पंचायत गैरसैण व क्रिएटिव उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में राजकीय इंटर कालेज गैरसैण में आयोजित बच्चों की 5 दिवसीय बाल लेखन कार्यशाला के समापन समारोह में 140 बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तकों की प्रर्दशनी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। मेरा परिचय, जीवन की घटना, यात्रा वर्णन, मेरी दिनचर्या, आदि को जोड़ते हुए बच्चों ने लगभग 15 पृष्ठों को जोड़ते हुए बाल मुस्कान, बालप्रहरी, बालवाटिका, बाल मन, किशोरी स्वर, नई ज्योति, नई किरण, संभावना, बाल उमंग आदि नामों से अपनी-अपनी हस्तलिखित पुस्तक तैयार की।

      बाल कवि सम्मेलन में  आराध्या, मीनाक्षी, लक्ष्मी, दीपांशु, आशीष, ध्रूव, अभिनव, दीपाली, आदर्श, गौरव, शोभा, आयुषी, व सक्षम आदि बच्चों ने कार्यशाला में तैयार स्वरचित कविताओं का पाठ किया। 
         उदय किरौला द्वारा निर्देशित नुक्कड़ नाटक मोबाइल टन टना टन टन के माध्यम से बच्चों ने वर्तमान मोबाइल संस्कृति पर प्रहार करते हुए आज की हकीकत को प्रस्तुत किया। 
प्रारंभ में कार्यशाला के प्रत्येक प्रतिभागी बच्चे को अतिथियों ने बैज लगाकर सम्मानित किया। औरेगैमी के तहत बच्चों ने अखबार से बनाए मुकुट अतिथियों को पहिनाए।  प्रकाशचंद्र पांडेय द्वारा संपादित हस्तलिखित पत्रिका 'गैरसैण दर्पण,' तथा विनेश पोखरियाल, अल्का ममगाई, विजय मोहन हिंदवान,गौरव सिंह बिष्ट व बी एस बुटौला द्वारा संपादित  दीवार पत्रिका  ‘गैरसैण दर्पण, बाल दर्पण,  गैरसैण टाइम्स, बाल संसार तथा क्रिएटिव गैरसैण का लोकार्पण अतिथियों द्वारा किया गया। 
     किताब कौतिक आयोजक मंडल से जुड़े क्रिएटिव उत्तराखंड के सचिव हेम पंत ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 5 व 6 अप्रैल को गैरसैण किताब कौतिक में जहां देश विदेश के प्रतिष्ठित साहित्यकारों की पुस्तकें विभिन्न स्टालों में होंगी। वहीं बाल लेखन कार्यशाला में गैरसैण के विभिन्न स्कूलों के बच्चों की हस्तलिखित पुस्तकों की प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
                कार्यशाला में  राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, राजकीय बालिका इंटर कालेज, राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल श्रीनगर, सरस्वती इंटर कालेज, सरस्वती शिशु मंदिर, सरस्वती विद्या मंदिर, न्यू होप एकैडमी, आर के जे एस इंटर कालेज, सीडलिंग पब्लिक स्कूल, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल तथा राजकीय प्राथमिक विद्यालय गैरसैण के 140 बच्चों ने भागीदारी की। समापन समारोह की अध्यक्षता  राजकीय इंटर कॉलेज गैरसैण के प्रधानाचार्य के एस कठैत तथा संचालन राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की  कक्षा 8  की छात्रा बर्खा नेगी ने किया। 
      समारोह को संबोधित करते हुए  मुख्य अतिथि उप जिलाधिकारी अंकित राज ने कहा कि गैर शैक्षणिक गतिविधियों से भी बच्चे काफी कुछ सीखते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को निखारने व उन्हें अभिव्यक्ति का अवसर देने के लिए ऐसे कार्यशालाओं का आयोजन समय की मांग है। नगर पंचायत के अध्यक्ष मोहन भंडारी ने कहा कि आज अभिभावक बच्चों को डॉक्टर व इंजीनयर आदि बड़े पदों पर आसीन होने का संपना देखते हैं। समय को देखते हुए यह जरूरी है। परंतु आज जरूरत है बच्चे एक अच्छे इंसान बनें इसके लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है। बच्चे बड़े स्कूलों में पढ़कर अच्छे अंकों से उत्तीर्ण तो हो सकते हैं। परंतु बच्चों में मानवीय संवेदना व सामाजिक सरोकारों से जोड़े जाने की जरूरत है।  इस अवसर पर बालसाहित्य संस्थान के अध्यक्ष रतनसिंह किरमोलिया, उमा ढौढियाल, रमेश पांडेय बृजवासी, दयाशंकर जोशी, विजय सिंह भंडारी, भूपेन्द्र सिंह नेगी,दयाल पांडेय, दानसिंह नेगी, सीमा चमोली आदि उपस्थित थे।

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