यदि घर,परिवार व परिचित बच्चे ड्राइंग बनाते हैं। कविता आदि लेखन में रूचि रखते हैं। तब बच्चों की रचनाएं निःशुल्क प्रकाशन के लिए बालप्रहरी के लिए मेल से भेजी जा सकती हैं।
ड्राइंग मौलिक होनी चाहिए। कई बार बच्चे महॉत्मा गांधी, शेर, आदि ड्राइंग कहीं से उतार कर बनाते हैं। ये बात अलग है कि बच्चे ने उतार कर अच्छी ड्राइंग बनाई है। हम बड़े लोग उतार कर भी नहीं बना सकते हैं। परंतु ड्राइंग में बच्चे की अपनी अभिव्यक्ति दिखनी चाहिए। मान लिया उसने घर बनाया। घर के आगे पेड़, रास्ता, कपड़े टांगने के लिए तार हो सकता है। तार में चिड़िया आदि हो सकती है। यानी अपनी कल्पना से मौलिक ड्राइंग तैयार कर भेजी जानी है।
मेरी मम्मी, मेरी नानी, एक दिन की बात है, मैंने एक दिन एक सपना देखा, यात्रा वृतांत, मेरे जीवन की घटना जैसे विषयों पर बच्चों को मौलिक लेखन के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है। इसमें कहीं से उतारने की गुंजाइश नहीं रहती है।
बालप्रहरी के प्रत्येक अंक में सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, कहानी लिखो प्रतियोगिता, कविता लिखो प्रतियोगिता आदि प्रतियोगिताएं भी होती हैं। जिनमें चयनित होने पर बच्चों को उपहार में पुस्तकें/पत्रिकांए डाक से भेजी जाती हैं।
बालप्रहरी बाल क्लब के लिए बच्चे अपनी पासपोर्ट साईज फोटो भिजवा सकते हैं।
बालप्रहरी के प्रत्येक अंक में लगभग 12 पृष्ठों पर बच्चों की रचनाएं प्रकाशित की जाती हैं। हमारा प्रयास रहता है कि बच्चों की कविता, कहानी व अन्य रचनाओं को संपादित कर अनिवार्य रूप से प्रकाशित किया जाए। चित्र या ड्राइंग अनिवार्य तौर पर प्रकाशित होगी,ये नहीं कहा जा सकता है।
कुछ अभिभावक बच्चे के नाम पर स्वयं लिख देते हैं। ये ठीक नहीं है। आप बच्चे को मदद कर सकते हैं। परंतु उसे स्वयं सोचने,लिखने के लिए प्रेरित करेंगे तो बच्चे में रचनात्मकता का भाव जाग्रत होगा। आप उसकी रचना में सुधार कर सकते हैं। उसे उसके मन पसंद विषय पर लिखने व ड्राइंग तैयार करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
बच्चे की प्रत्येक रचना पर नाम कक्षा स्कूल पूरा पता एवं फोन नंबर लिखा जाना चाहिए।
अधिक जानकारी के लिए 9412162950 पर संपर्क किया जा सकता है।
बालप्रहरी की सदस्यता भिजवाकर पत्रिका को संबल प्रदान कीजिएगा
बालप्रहरी पकित्रा का प्रकाशन विगत 18 वर्षो से अनवरत जन सहयोग से किया जा रहा है। इसके लिए हम अपने रचनाकारों, सदस्यों तथा शुभचिंतकों का आभार व्यक्त करते हैं। बालप्रहरी एक पत्रिका ही नहीं बल्कि बच्चों को साहित्यिक मंच उपलब्ध कराने, उनके मन में वैज्ञानिक सोच जाग्रत करने तथा उन्हें लेखन तथा पठन-पाठन से जोड़ने का एक प्रयास भी है। इस प्रयास में आपका सहयोग अपेक्षित है। आप बालप्रहरी की संरक्षक सदस्यता 5000 रुपए, आजीवन सदस्यता 2000 रुपए अथवा तीन वर्ष की सदस्यता 300 रुपए भिजवाकर पत्रिका को संबल प्रदान कर सकते हैं। सदस्यता राशि बालप्रहरी के पंजाब नेशनल अल्मोड़ा स्थित खाता संख्या 0962000101357002( प्थ्ैब् ब्वकमरूच्न्छठ0096200) में जमा की जा सकती है। अथवा संपादक बालप्रहरी के नाम मनीआर्डर या ड्राफ्ट से भिजवा सकते हैं। नेशनल बैंकों के चैक भी स्वीकार किए जाएंगे।
सक्षम शुभचिंतक/मित्र बालप्रहरी की सदस्यता भिजवाकर पत्रिका को परिचित बच्चों/स्थानीय स्कूलों/जहां आपकी प्राथमिक शिक्षा रही है उस स्कूल में भिजवा सकते हैं। ऐसे में पत्रिका आपके सौजन्य से बच्चों/स्कूलों/पुस्तकालयों को आपके नाम के उल्लेख सहित भेजी जाएगी।
अधिक जानकारी के लिए 9412162950 पर संपर्क किया जा सकता है।
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